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नोटबंदी हुए पूरे 9 महीने हो चुके हैं, विकास हुआ कि नहीं?

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Wednesday 25 October 2017

नोटबंदी हुए पूरे 9 महीने हो चुके हैं, विकास हुआ कि नहीं?

October 25, 2017 0

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साल 2014 के लोकसभा चुनाव से मोदी जी विकास विकास की रट् लगाये थे। जनता ने उन्हें चुनाव जिता कर देश का प्रधानमंत्री भी बना दिया। लेकिन तीन सालों बाद भी उनसे विकास पैदा नहीं हो सका। बल्कि विकास को कोख में ही मार दिया। युवाओं को बेरोजगार बना दिया। कम उम्र के बालकों की नसों में धर्म के नाम पर जहर भर कर हिंसावाद की राह पर चलना सिखा दिया। देश के अर्थव्यवस्था की वाॅट लगा दी। महंगाई डायन को हम पर खुला सांड की तरह छोड़ दिया और इसी तरह के बहुत सारे कारनामें कर डाले। मेहनत तो बहुत की लेकिन विकास पैदा नहीं कर सके। अब जब विकास पैदा न कर पाने की स्थिति में लोग उन्हें बाज (फेकू) कह कर बुलाने लगे तो विकास का वादा किया था लेकिन इमरजेंसी में जीएसटी को पैदा करना पड़ गया। अंधभक्तों ने खूब बधाई दी, ‘‘मुबारक हो आपके घर छोरी (जीएसटी) पैदा हुई है।’’ लेकिन जिन व्यापारियों ने मोदी को वोट देकर उन्हें प्रधानमंत्री बनाया था उनकी हालत छोरी के बाप जैसी हो गई, कि अब दहेज कहां से दें। तो बेचारे सड़कों पर उतर आये और मोदी मर गया हाय हाय के नारे लगाने लगे।


The pic have taken from Kiran Yadav facebook post.


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अमेरिका ने RSS को घोषित किया एक आतंकवादी संघटन

October 25, 2017 0
अमेरिका सरकार की वेबसाइट ने राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) को आतंकवादी संगठन की लिस्ट में डाल दिया है.जिसके बाद संग के भीतर खलबली मच गयी है.इस वेबसाइट के मुताबिक संघ ऐसा है, जो हिंदू राष्ट्र स्थापित करना चाहता है, इसलिए इसे आतंकी लिस्ट में रखा गया है.




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Monday 23 October 2017

पापी सेना की वर्दी का चोला ओढ़ कर खुद को देशभक्त साबित करने में लगे हैं...

October 23, 2017 0
कहावत है, पाप करो और गंगा नहा लो, तो सारे पाप धुल जाते हैं। लेकिन आज कल सारे पापी पाप करने के बाद भारतीय सेना की वर्दी पहन कर कथित राष्ट्रभक्त बन रहे हैं। पापी भी ऐसे वैसे नहीं, बल्कि वो पापी जो न राजधर्म समझते हैं, न भारतीय संविधान का पालन करते हैं और न ही राष्ट्रपिता को कभी सम्मान देते हैं। लेकिन भारतीय सेना में उनकी ढकोसले वाली दिलचस्पी काफी बढ़ी हुई है। इसके पीछे की वजह भी काफी बड़ी होगी, वरना बिना फायदे के ये ढकोसलेबाज अपने पिछवाड़े की हवा भी न निकलने दें। आईये मिलते हैं कुछ ऐसे ही नटवरलाल कथित राष्ट्रभक्तों से-

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

मोदी जी आज देश के प्रधानमंत्री हैं। बतौर प्रधानमंत्री उनको कुछ कहना ठीक नहीं होगा। चाहे भले ही वो देश का बंटाधार क्यों न कर दें। चाहे भले ही वो ‘सबका साथ सबका विकास’ जैसे जुमले बोल कर कब्रिस्तान-शमशान जैसी हिन्दू-मुस्लिम की राजनीति क्यों न करें। चाहे भले ही वो 2 करोड़ रोजगार देने के बजाये उल्टा छीन लें। चाहे भले ही वो नोटबंदी और जीएसटी से कुछ को फायदा और पूरे देश की जनता के लिए बड़ी मुसिबतें क्यों न पैदा कर दें। चाहे भले ही वो देश की अर्थव्यवस्था की वाॅट क्यों न लगा दें। लेकिन प्रधानमंत्री रहते उन्हें कुछ बोलना ठीक नहीं होगा। लेकिन जब वो गुजरात के मुख्यमंत्री थे उस वक्त जो कुछ गुजरात में हुआ उससे पूरी दुनिया वाकिफ है। उन्होंने राजधर्म को दरकिनार कर हजारों को कत्लेआम करवा दिया। गुजरात की वो घटना भारतीय इतिहास में एक काला धब्बा है।


ग्रैंड मास्टर शिफूजी

इस कथित देशभक्त ने तो पूरे देश की जानता के आंखों में धूल झोंका है। फर्जी सेनाधिकारी बन कर कथित देशभक्ति की आढ़ में खूब माल कमाया। इस लमचूस शिफूजी की जब सच्चाई सामने आई तो यकीन कर पाना बहुत मुश्किल हो रहा था। लेकिन आज भी कुछ अंधभक्त और कथित देशभक्त हैं जो इस फ्रोजरी में लिप्त झंडुस शिफूजी को आपना आदर्श मानते हैं।


सुदर्शन के चैहाण साहेब

इनकी क्या बात करना। जिस हिंसावादी संगठन के सिपाही ने देश के राष्ट्रपिता की हत्या की हो और उस संगठन ने अपने सिपाही को बचाने के लिए जीजान लगा दी उस संगठन के ये दूसरे बड़े सिपाही है। इनसे बड़ा कथित देशभक्त तो कोई हो ही नहीं सकता। इनमें और गोडसे में फर्क सिर्फ इतना है कि उसने खुलकर एक निहत्थे पर गोली चलाई थी और ये पत्रकारिता की आढ़ में नफरत फैलाकर संघीय एजेंडे को बढ़ाते हुए पूरे देश में खूनखरेजी करवा रहे हैं। बिना हिन्दू-मुस्लिम के इन साहब की पत्रकारिता अधूरी है। ये आरएसएस के बड़े ही कर्मठ कार्यकर्ता हैं। इसमें कोई शक नहीं कि फंडिंग भी अच्छी ही होती होगी। वरना बिना टीआरपी, बिना एड, बिना किसी मजबूत बैक बिजनेस फाइनेंसियल सपोर्ट के इतने लंबे समय तक चैनल चलाना नामुमकिन है। ये और इनके जैसे पत्रकारिता के स्तंभ पर डोगी की तरह खड़े होकर सूसू करने वाले एजेंट दरअसल देश को दो हिस्सों में बांटना चाहते हैं। ऐसे एजेंट कभी टीवी चैनल पर तो कभी सेना की वर्दी पहनकर खुद को कथित राष्ट्रभक्त दिखाना चाहते हैं।


बाबा गुरमीत राम रहीम


बड़ा ही सुंदर नाम है जिसमें धर्मनिरपेक्षता साफ झलकती है। लेकिन सावधान! बाहर से ऐसा सुंदर नाम रखने वाले अंदर से भी सुंदर हो, यह जरूरी नहीं। बाबा राम रहीम का मामला करीब 15 साल पुराना है। केवल वोट बैंक की लालच में कई सरकारों ने मिलकर उस पापी को संरक्षण दिया। लेकिन कहते हैं, हर पापी का अंत एक दिन हो कर ही रहता है। आज बाबा राम रहीम बलात्कार जैसे कई घिनौने कामों के लिए जेल की सलाखों के पीछे है। लेकिन इस बाबा ने भी दूसरे ढोंगियों की तरह खुद को नैशनल लेवल का कथित राष्ट्रभक्त दिखाने के लिए फिल्म तक बना डाली जिसमें वो खुद भारतीय सेना का वीर सैनिक बना। लेकिन उसकी असलियत सामने आने के बाद पूरे देश सिर शर्म से झुक गया। 


इन्हें देख कर मन में ख्याल आता है। जो न देश का हुआ और न इंसानियत का ही हुआ। लेकिन न जाने ऐसे पापी सेना की पवित्र वर्दी पहन कर उसे गंदा क्यों करते हैं। क्यों अपने पापों को छिपाने के लिए कथित राष्ट्रभक्ति अपनाते हैं। क्यों जबरन वंदे मातरम और भारत माता की जय जैसे नारे जबरन दूसरे लोगों से बुलवाते हैं। देश की जनता को चूतिया बना कर उन्हें एक दूसरे के खिलाफ कर देते हैं। जबकि ऐसे पापियों से भी पूछना चाहिए कि उन्होंने देश के लिए क्या किया? कितना बलिदान दिया? कितना राजधर्म निभाया?
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Saturday 21 October 2017

आये थे मुसलमानों को मार कर सांप्रदायिक हिंसा भड़काने, उल्टा सिखों ने दौड़ा दौड़ा कर पिटाई कर दी

October 21, 2017 0
इन दिनों चुनाव में वोट बैंक की राजनीति और बीजीपी अध्यक्ष अमित शाह के बेटे जय शाह के स्कैम जैसे कई बड़े मामलों पर से देश की जनता का ध्यान भटकाने के लिए रूलिंग पार्टी कभी ताज महल तोड़ने जैसे विवादित बयान जानबूझ कर दे रही है तो कभी धर्म के नाम पर सांप्रदायिक हिंसा भड़का की पूरी कोशिश कर रही है. पंजाब में शिवसेना और संघ कार्यकर्ताओं ने अल्पसंख्यक मुस्लिम समुदाय  के लोगों के साथ हिंसा करने की पूरी योजना बनाई थी. लेकिन अल्पसंख्यक सिखों ने बीच में आकर उनके मंसूबों को पूरी तरह विफल कर दिया. वीडियो में शिवसेना और संघ कार्यकर्ता गुंडागर्दी करते साफ देखे जा रहे हैं. पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगा कर ये लोग खुद को देश भक्त और भारतीय मुसलमानों को देशद्रोही साबित करने की कोशिश कर रहे हैं.
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काश ये लोग इतने ही जोश के साथ बॉर्डर कर तैनात हो जाते तो मोदी राज में देश की रक्षा करने वाले वीर जवानों की मौत के आंकड़ों में इज़ाफ़ा न होता. काश ये लोग इतनी ही जोश से आर्मी पेंशन के समर्थन में पीएम मोदी के विरोध में खड़े हो जाते तो वन रैंक वन पेंशन में न इतना समय लगता और न ही रिटायर जवानों को इतनी तकलीफें झेलनी पड़ती. काश इन लोगों को तब इतना गुस्सा आया होता जब सेना में भी इनके जैसे मनुवादी दलित और पिछड़ी जाती के जवानों के साथ भेदभाव कर रहे थे. काश इनका गुस्सा उस वक्त फूटा होता जब घटिया खान-पान को लेकर सीमा पर कठोर मौसम में भी देश की रक्षा के लिए तैनात जवान तेज बहादुर यादव ने आवाज़ उठाई थी, तो आज उस जवान की नौकरी न जाती. देशभक्ति के इस जुमले को हमें बड़ी गंभीरता से समझना होगा और जुमलेबाजों को देश के असली गद्दारों की सूची में डालना ही होगा. वरना वो दिन भी जल्द देखने को मिलेगा जब देश को बाहरी ताकतें नहीं बल्कि भीतरी  जुमलेबाज और देशभक्ति के नाम पर नौटंकी करने वाली ताकतें बर्बाद कर के रख देंगी.

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Sunday 15 October 2017

मुस्लिम महिलाओं को बदनाम करता संघी बुर्का पहने पकड़ा गया

October 15, 2017 0










ऐसा पहली बार नहीं है कि RSS यानी संघ का कोई कार्यकर्ता मुस्लिम समुदाय के लोगों को बदनाम करने के उद्देश्य से या सांप्रदायिक दंगे करवाने के उद्देश्य से गलत काम करता रंगे हाथों पकड़ा गया हो। सोशल मीडिया पर ये फोटो खूब वायरल हो रही है। बताया जा रहा है कि महिला की तरह दिखने वाले इस व्यक्ति ने मुस्लिम समुदाय की महिलाओं में पहने जाने वाले लिबास बुर्का पहन गलत काम करते रंगे हाथों पकड़ा गया है। पूछताछ में पता चला कि यह व्यक्ति संघ कार्यकर्ता है जो कि मुस्लिम समाज की महिलाओं को बदनाम करने के उद्देश्य से बुर्का पहन रखा था। इसके बारे में अभी और अधिक जानकारी नहीं मिल सकी है।

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RSS worker caught wearing Burqa to defame Muslim community women
It is not for the first time that RSS worker has been caught red-handed with the intention of defaming the people of the Muslim community or for trying to produce communal riots. These photos are getting viral on social media. It is being told that this person, who well dressed like a Muslim woman, was caught in wearing Burqa by doing wrong things. Inquiries revealed that this person is a Sangh worker who was wearing a burqa for the purpose of defaming Muslim women in society. There is not much information about it yet.
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Saturday 14 October 2017

Viral Video : क्या नाक कटाने गुजरात गए थे महाराज?

October 14, 2017 0
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी ने कभी सोचा भी नहीं होगा कि गुजरात में उनका स्वागत कुछ इस तरह से होगा. जहाँ एक ओर गुजरात विधानसभा चुनाव 2017 के मद्देनज़र बीजेपी साम दाम दंड भेद जैसे सभी रास्ते अपना रही है वहीँ नोटबंदी, जीएसटी, बेरोजगारी और महंगाई के चलते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गढ़ गुजरात में बीजेपी की हालत उस पशु की तरह हो गई जो न घर का रहा और न घाट का. गुजरात चुनाव प्रचार के लिए यूपी सीएम आदित्यनाथ योगी जब पीएम मोदी के प्रदेश पहुंचे तो उनके स्वागत के लिए सड़क किनारे एक भी जनता नहीं दिखी. यहाँ तक कि बीजेपी कार्यकर्त्ता से लेकर प्रीपेड समर्थक भी नहीं दिखे. लेकिन फिर भी रोड शो के दौरान सीएम योगी हवा में हाथ हिलाते रहे. ये अद्भुद घटना मीडिया के कैमरे में कैद हो गयी. अब वैज्ञानिक ये पता लगाने में जुट गए हैं कि आखिर योगी जी महाराज किसके लिए हवा में हाथ हिला रहे थे?

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 kya nak katane gujarat gaye the maharaj? 

 uttar pradesh ke mukhymantri adityanath yogi ne kabhi socha bhi nahi hoga ki Gujarat me unka swagat kuch is tarah se hoga. jahan ek or Gujarat vidhansabha chunav 2017 ke madde nazar sam dam dand bhed jaise sabhi raste apna rahi hai vahin notbandi, gst aur mehangai ke chalte pradhanmantri narendra modi ke garh Gujarat me bjp ki halat us pashu ki tarah ho gai jo na ghar ka raha aur na ghat ka. Gujarat chunav prachar ke liye up cm adityanath yogi jab pm Modi ke pradesh pahunche to unke swagat ke liye sadak kinare ek bhi bjp samarthak nahi dikhe. yahan tak ki paid samarthak bhi nahi. lekin fir bhi rod show ke dauran up cm yogi hawa me hath hilate rahe. Ye adbhud ghatna media ke camere me kaid ho gayi. Ab vaigyanik ye pata lagane me jut gaye hain ki akhir cm yogi kiske liye hath hila rahe the.


Yogi Maharaj ! Did you reach to Gujarat for BULKY INSULT of BJP? 

 Uttar Pradesh Chief Minister Adityanath Yogi would never have thought that he would be welcome in Gujarat in such a way. Where on one side BJP is trying all the way for upcoming Assembly elections 2017 in Gujarat, but due to the currency demoralization, GST and inflation, Prime Minister Narendra Modi's stronghold, BJP's condition in Gujarat has become like an animal that is not a house and neither of the pier. UP CM Adityanath Yogi, for the Gujarat campaign, when the arrived in the state of Gujarat, there was not even a single public on the road to welcome him. Even from BJP workers, there is no pre-paid supporter. But even then during the road show, the CM Yogi shook hands in the air. This amazing incident took place in to the media camera. Now the scientists have gathered to find out that what is the mystery behind the shaking hands in the air and for whom Yogi Ji Maharaj did this all?
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Thursday 12 October 2017

कभी कभी ज़ुबान से कही बात सच भी हो जाती है..... Watch this amazing report

October 12, 2017 0

पश्चिम बंगाल के दार्जलिंग में गोरखा समुदाय के लोगों ने बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष और कई साथी बीजेपी कार्यकर्ताओं की बुरी तरह से धुनाई कर दी. दिलीप घोष ने GJM कार्यकर्ताओं पर इसका आरोप लगाया है.


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Saturday 7 October 2017

इंजीनियर, डॉक्टर, आईटी प्रोफेशनल को गाये, गोबर, भैंस और मूत्र बटोरने के काम में लगा दो साहेब...

October 07, 2017 0

रोजगार और देश की अर्थव्यवस्था की खाट लगा चुके परम पूजनीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने अपनी ही तरह अपने मंत्रियों को भी अंड-मंड-संड बकलोली करने की पूरी छूट दे रखी है. रोजगार तो दे नहीं पाए उल्टा छीन लिया, अब जले पे नमक छिड़क रहे हैं. इनके हिसाब से युवाओं की नौकरी जाना अच्छे संकेत हैं. काहे मंत्री जी, अब का इंजीनियर, डॉक्टर, आईटी प्रोफेशनल को गाये, गोबर, भैंस और मूत्र बटोरने के काम में लगाओगे का? इतिहास में सबसे बड़े बकलोलन की सरकार का नाम दर्ज करा दो भैया कउनो, ताकि बच्चे पढ़ कर भविष्य में होशियार रहें।

अगर भगवान् कही है तो यकीनन भारत में ही है। क्योंकि अगर ऐसे ज्ञाता लोग और उनके अथक समर्थक हो और फिर भी देश चल ही रहा हो तो यह चमत्कार ही है।
पीयूष गोयल बोले, नौकरी जाना इकॉनमी के लिए अच्छा संकेत, यहां जानिए हकीकत
पिछले दिनों वर्ल्ड इकनॉमिक फोरम के इंडिया इकनॉमिक समिट में रेलवे मंत्री पीयूष गोयल ने एक अजीब बात कही। पीयूष गोयल ने कहा था कि लोगों की नौकरी जाना इकॉनमी के लिए अच्छा संकेत है। ऐसे समय में जब पूरा देश प्राइवेट सेक्टर में घटती नौकरियों को लेकर चिंतित है तब केंद्र के मंत्री का ऐसा बयान हैरानी वाला था।
दरअसल पीयूष गोयल भारती एयरटेल के चेयरमैन सुनील मित्तल की बात का जवाब दे रहे थे। सुनील मित्तल ने भारत की टॉप 200 कंपनियों का संदर्भ लेते हुए कहा था कि ये कंपनियां पिछले कुछ सालों से जॉब घटा रही हैं। मित्तल ने कहा था कि अगर ये टॉप 200 कंपनियां रोजगार सृजन नहीं कर रही हैं तो बिजनस समुदाय के लिए समाज को अपने साथ लेकर चल पाना और भी कठिन होता जाएगा।
इसके बाद ही पीयूष गोयल का बयान आया। हालांकि पहले इसे साफ कर दिया जाए कि पीयूष गोयल युवाओं की नौकरी जाने पर खुशी नहीं जता रहे हैं। उनका संदर्भ था कि युवा अब कहीं नौकरी करने की बजाय स्वरोजगार की तरफ जा रहे हैं। NBT
मंत्री जी ज़रा अब यह भी बता दे की स्वरोज़गार की रेटिंग व् यूनिट कितनी लगी ?
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Sunday 1 October 2017

क्या बीजेपी के सभी कार्यकर्ता हिजड़े हैं? जो बुज़दिल महिलाओं को निशाना बनाये उसे और क्या कहेंगे?

October 01, 2017 0

वैश्यावृत्ति का धंधा और बीफ स्लॉटरहाउस चलाने वाले जब महिला और गौ सुरक्षा के नाम पर जनता को चूतिया बनाकर मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री बनेंगे तो उनके दल्ले ऐसा ही काम करेंगे न भाई. इसमें चौंकने वाली बात कौन सी है, यह तो इनकी परवरिश का असर है. कल को इनकी भ*वा पार्टी के खिलाफ इनकी माँ बहिन खड़ी हो गईं तो उनको भी ये इसी तरह वैश्या घोषित कर देंगे. -बांके बिहारी



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इस भक्त ने मोदी जी को कर दिया इमोशनल और 130 करोड़ जनता के ला दिए लूज़मोशन.. जानिए कौन है ये?

October 01, 2017 0
भईया जे तरह भक्तन पगलियाए जात हैं, ऐसे हमका तो बहुत ही डर लागत है। ई ससुर के नाती देश का बंटाधार कर दिहें। ई कुकरमुत्ता पंकज आपन अंधभक्ति से 130 करोड़ जनता के लूजमोशन दिला दिहिस है। हे तरा ई बतिया साफ हो जात है के ई चुतिया भक्तन लोग विकास के नामे पे नहीं बल्कि हिन्दू-मुस्लिम के नामे पर आपन पापा मोदी को वोट दिहिन रहा और अबबो उहे मानसिकता बनल है। चाहे देश की माँ-बहिन एक हो जाये और 130 करोड़ जनता भीख मांगे लागे। अब तो भईया ई संघी बीजेपी पार्टी के भगाना बहुत जरूरी हो गवा है। और एक बात, मोदी जी पास अब कौनों मुद्दा नाही बचल है। ऐ मारे कहत हईं के बचके रहिआ, 2019 लोकसभा चुनाव से पहिले कौनो बड़का बवाल हो सकत है। तो समहल के रहिया गुरू।


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Saturday 30 September 2017

वीडियो देख कर आप भी कहेंगे कि "ऐसा लंपट प्रधानमंत्री पहले कभी नहीं देखा..."

September 30, 2017 0
नई दिल्ली : काहो मोदी जी ! तोहरे जैसन फेके वाला मनई ना देखली हईं. ई धरती पर एक लौता तुहीं मनई हो जउन फेके से पाहिले और फेके के बादे कुछो न सोचत है. भारत के पाहिले प्रधानमंत्री हौ तू जौने के इतना बेज्जती भइल है. ई देखे के बिलकुल कहब कि अइसन लंपट प्रधानमंत्री पाहिले कब्बो न देखिली हैन.



























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Video : बाबा बुरबक देव की नई बुरबकई ! कहिन, कुरआन में लिखा है गौमूत्र एक औषधि है

September 30, 2017 0

नई दिल्ली। हिन्दू-मुस्लिम मुद्दे पर तो बहुते अच्छा बोले गुरू जी। लेकिन गौमूत्र पर गच्चा खा गये। अब हेतना बड़का ब्यापारी न बनऔ के जनता तूके बाबा रामदेव की जगह बाबा बुरबक देव कहे लागे। कछु बोले से पहिले ज्ञान ले लेवल करौ। काहे के तू गुरू हौ। आपन गुरूवाणी हे तरह बुरबकई करके न खर्च करौ।

योग गुरू से व्यापारी बने पतंजली के संस्थापक बाबा रामदेव ने एक न्यूज टीवी प्रोग्राम के दौरान बोल दिया कि गौमूत्र मुसलमानों के लिए एक औषधि है. उन्होंने कुरआन का हवाला देते हुए यह बात कही. जबकि कुरआन की जानकारी रखने वाले आलिमों ने इसे सिरे से खारिज कर दिया. आलिमों ने दूध देने वाले जानवरों को विशेष दर्जा देने की बात तो कही लेकिन गौमूत्र के औषधि वाले बाबा रामदेव के दावे को झूठ बताया.

इंडिया टीवी पर न्यूज एंकर रजत शर्मा के ‘आपकी अदालत’ में आये योग गुरू बाबा रामदेव से जब ये सवाल किया गया कि उनकी कंपनी पतंजलि के सभी प्रोडक्ट में गौमूत्र मिले होने का आरोप है और एक मौलवी ने उनकी कंपनी के प्रोडक्ट के खिलाफ फतवा जारी कर दिया है. इस बात पर बाबा भड़क गयें. उन्होंने जवाब दिया कि कुछ लोग यह कहकर पतंजलि को निशाना बना रहे हैं कि यह एक हिंदू कंपनी है. जबकि मुसलमानों के लिए भी गौमूत्र एक औषधि है और ये बात मुस्लिम समुदाय की पवित्र धार्मिक किताब कुरआन में लिखा है.

इसके साथ ही उन्होंने कहा कि ‘‘क्या मैंने कभी हमदर्द को निशाना बनाया है? मैं हमदर्द और हिमालय दवा कंपनी का भी पूर्ण समर्थन करता हूँ जो कि मुसलमान की कंपनी है. हिमालय ग्रुप के फारूक भाई ने भी योग ग्राम की स्थापना के लिए मुझे जमीन दान दी. अगर कुछ लोग इस तरह के आरोप लगाते हैं, तो वे केवल नफरत की दीवार बना रहे हैं.”

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